सुपाच्य होने के कारण लोग यात्रा में दही खाकर निकला करते थे , माना जाने लगा कि दही की यात्रा अच्छी होती है।
देर से पचने के कारण यात्रा में कटहल की सब्जी का बहिष्कार किया जाता था , माना जाने लगा कि कटहल की यात्रा खराब होती है।
समय के साथ दही को शुभ माना जाने लगा और मान्यता बन गयी कि कुछ भी खाकर निकलो , यात्रा के वक्त छोटे से चम्मच से भी दही अवश्य खा लिया जाए तो यात्रा शुभ होगी।
यहां तक तो ठीक था , पर मान्यता धीरे धीरे अंधविश्वास बन गयी , जब गाडीवान् ने अपनी गाडी में कटहल को रखने से भी मना कर दिया , क्यूंकि इसकी यात्रा खराब होती है , कहीं गाडी का एक्सीडेंट न हो जाए !!