समाज की विसंगतियों पर आधारित यह पोस्ट पूर्व में नुक्कड मे भी प्रकाशित हो चुकी है .. पर अपनी रचनाओं को एक स्थान पर रखने के क्रम में इसे पुन: यहां प्रकाशित कर रही हूं .... प्रथम दृश्य ‘अब तबियत कैसी है तुम्हारी’ आफिस से लौटते…
‘खगोल शास्त्र’ के अंतर्गत ग्रहों के अध्ययन में हमेशा ही कुछ दिक्कतें आती रही हैं। कुछ गणनाओ के आधार पर यूरेनस औरनेप्च्यून की गति में हमेशा एक विचलन का कारण ढूंढते हुए वैज्ञानिकों ने एक ‘क्ष’ ग्रह (Planet X) की भविष्यवाणी की , …
कुछ दिन पूर्व यह समाचार मिलते ही कि हिंदी साहित्य निकेतन अपनी पचासवीं सालगिरह पर एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है.जिसमें परिकल्पना डॉट कॉम द्वारा पिछले वर्ष घोषित किए गए 51 ब्लॉगरों और नुक्कड़ डॉट कॉम के द्वारा निर्वाचित हिंदी…