ब्लॉग जगत में आने के बाद महीने में 20 - 25 पोस्ट ठेल देने वाली मैं अचानक कुछ दिनों से कुछ भी नहीं लिख पा रही हूं। 2011 में होनेवाली इस प्रकार की व्यस्तता का कुछ अंदाजा तो मझे पहले से था , पर एकाएक लिखना इतना कम हो जाएगा , ऐ…
मेरे द्वारा रोहतक के तिलयार झील की यात्रा पर एक विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार न सिर्फ ब्लॉगर बंधुओं को , वरन् ज्योतिषीय रूचि के कारण मेरे ब्लॉग को पढने वाले अन्य पाठकों और मित्रों को भी है। जब एक फोन पर इस रिपोर्ट का इंतजार कर…
हममें से हर कोई प्रकृति के अभिन्न अंग हैं और संपूर्ण पारिस्थितिक संतुलन की आवश्यकताओं के अनुरूप हमारा अपना स्वभाव है। इसलिए लाख चाहते हुए भी हम अपने स्वभाव को नहीं बदल पाते। प्रकृति हर क्षेत्र में और हर मौसम में हमारी आवश…
बिहार और झारखंड का मुख्य त्यौहार है छठ , अभी चारो ओर इसकी धूम मची है। ब्लॉग में भी दो चार पोस्ट पढने को मिल ही जा रहे हैं। लोग छठ की खरीदारी में व्यस्त है , पडोस में मेहमानों की आवाजाही शुरू हो गयी है। दूर दूर से इसके ख…
कार्तिक अमावस्या की शाम को घर घर होने वाली लक्ष्मी पूजा के साथ ही रात्रि में काली पूजा की भी बहुत महत्ता है। एंसी मान्यता है कि देवों में सबसे पराक्रमी और शक्तिशाली मां काली देवी दुर्गा का ही एक रूप हैं। मां काली की पूजा से व…
पहले अंडा या मुर्गी , ये फैसला तो आज तक न हो सका है और न हो पाएगा , पर इसी तर्ज पर कुछ दिनों से एक महत्वपूर्ण विषय पर मैं चिंतन कर रही थी , जन्म के आधार पर भाग्य निश्चित होता है या भाग्य के निश्चित होने पर जन्म की तिथि निश…
अभी हाल में एक भाई ने बहुत खुश होकर बताया कि उसने कई प्रोडक्टों की एजेंसी ले रखी है , बाजार में उन वस्तुओं की अच्छी खपत है और अब भविष्य के लिए उसे सोंचने की आवश्यकता नहीं। उत्सुकता वश मैने उसे पूछा कि वे कौन कौन से प्रोड…
आशीष खंडेलवाल जी ने अपनी एक पोस्ट में रचनाओं को चोरी से बचाने के लिए कुछ टिप्स दिए थे , जिससे टेक्सट कॉपी नहीं किया जा सकता था। इसका प्रयोग कुछ दिन मैने भी किया था , फिर किसी सज्जन के अनुरोध पर अपने लेखों के प्रयोग करने की …
बचपन की गल्तियों में मार पडने की बात तो लोग भूल चुके होंगे , आज के बच्चों को डांट फटकार भी नहीं की जाती। माता पिता या अन्य बडे किसी काम के लिए मना कर दिया करते हैं , तो बच्चों का नाराज होना स्वाभाविक है। पर यदि शुरूआती दौर …
पिछले आलेख में राज भाटिया जी की टिप्पणी मिली । उन्होने पूछा कि एक बात पुछनी थी कि कुंडली के क्या लाभ ओर क्या हानियां हैं। इस बारे जरुर लिखे, हमारी बीबी कहती है कि बच्चो की कुंडली बनवा ले ? तो मै कहता हूं कि क्या लाभ ?? इस …
प्रकृति में जो घटनाएं निरंतर नियमित तौर पर देखी जाती है , उसमें तो हम सहज विश्वास कर लेते हैं। चूकि घटनाएं किसी न किसी नियम के हिसाब से होती हैं , इसलिए इन नियमों को ढूंढ पाने की दिशा में हमं सफलता भी मिलती जाती है और इसी क…
indian religion and culture ब्लॉग जगत में सबसे अधिक बहस वाला मुद्दा हमारे धर्मग्रंथ बने हुए हैं। इनके पक्ष और विपक्ष में हमेशा तर्कों का खेल चलता रहता है। ताज्जुब तो इस बात का है कि न तो किसी के तर्क काटने योग्य होते , और…
दुर्गापूजा में शहर से बाहर थी , कई दिनों बाद बोकारो लौटना हुआ , इस वर्ष देशभर में दुर्गापूजा के साथ साथ कॉमनवेल्थ गेम्स की भी धूम रही। इस कार्यक्रम की सफलता ने जहां पूरी दुनिया के समक्ष भारत का सर ऊंचा किया , वहीं इस आयोजन की…
कल आनंद सिंह जी के एक नए ब्लॉग क्रांतिकारी विचार में एक कविता पढने को मिली , जिसमें उन्होने ईश्वर की सत्ता में यकीन रखनेवाले मित्रों से एक अपील की थी ...... उनसे पूछना कि जब हीरोशिमा और नागासाकी पर शैतान अमेरिका गिर…
लक्ष्मी और सरस्वती में श्रेष्ठ कौन है प्राचीन कहावत है कि लक्ष्मी और सरस्वती एक स्थान पर नहीं रह सकती, यानि कि एक ही व्यक्ति का ध्यान कला और ज्ञान के साथ साथ भौतिक तत्वों की ओर नहीं जा सकता , इसलिए प्राचीन काल में पै…