फ़रवरी, 2010 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
होली का त्यौहार शक संवत के नए वर्ष के शुरू होने की खुशी में मनाया जाता है , इसलिए इस दिन के ग्रह नक्षत्रों का वर्षभर प्रभाव रहना स्वाभाविक है। इस वर्ष ग्रह नक्षत्र बिल्कुल उल्टी पुल्टी स्थिति में हैं , इसलिए सभी लोगों का यह…
Nai Kahani एक राजा को झूठी कहानियां सुनने का बहुत शौक था , मतलब कि ऐसी कहानी जो सच हो ही नहीं सकती। उन्होने पूरे राज्य में घोषणा कर दी थी कि उनको जो भी झूठी कहानी सुना दे , जो कभी सत्य हो ही नहीं सकती , तो राजा की ओर से…
मेरी पिछली पोस्ट में प्रवीण शाह जी की बहुत ही महत्वपूर्ण टिप्पणी मिली , प्रवीण शाह ने कहा… आदरणीय संगीता जी, 'गत्यात्मक ज्योतिष' की दृष्टि से मनुष्य के मन को विकास देने में जन्मकालीन चंद्रमा की भूमिका होती…
डायरी के एक पन्ने में मुझे यह कविता दिखाई पडी। पढने पर मुझे याद आया कि पर्यावरण दिवस पर आयोजित किसी कार्यक्रम में बोलने के लिए बेटे को कविता लिखना सिखलाते हुए मैने यह तुकबंदी की थी । यह पन्ना इधर उधर खो न जाए , इस ख्याल से इ…
पहली और दूसरी कडी के बाद आते हैं , तीसरी कडी पर हमारे अंधविश्वास का फल सदा से निरीह जानवारों को भी भुगतना पडता रहा है , सरिता झाजी लिखती हैं , गाधीमाई के पुजारियों और आयोजकों का कहना है कि इस साल मेले …